रविवार, 28 मई 2017

गजल

नौकर बनलै गरीब बच्चा
होटल मोटल ईंटा भट्ठा

रसगुल्ले सन के जीवन छै
दुइए दिनमे खट्टा खट्टा

अपना अपनी केलहुँ बड़ाइ
अपने कहलहुँ अच्छा अच्छा

अइ नेहक मारल हमहूँ छी
दुनियाँ लागै फिक्का फिक्का

किछु परसादी हमरो भेटल
हमहूँ खेलहुँ फक्के फक्का

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों