सोमवार, 25 सितंबर 2017

गजल

विषवंदन युगधर्म छै
परिवर्तन युगधर्म छै

जइमे खेने रोग हो
से बरतन युगधर्म छै

खाली अपने टा रही
से कतरन युगधर्म छै

खाली चाहथि मीठ रस
मधुगुंजन युगधर्म छै

बिन करने कल्याण नै
गठबंधन युगधर्म छै

सभ पाँतिमे 222-2212 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों