tag:blogger.com,1999:blog-7135955700764847887.post366358219825574600..comments2024-03-28T16:56:48.427+05:30Comments on अनचिन्हार आखर: विश्व गजलकार परिचय शृंखला-6Ashish Anchinharhttp://www.blogger.com/profile/11963153563939587957noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7135955700764847887.post-88028140575797461022017-05-26T18:53:26.865+05:302017-05-26T18:53:26.865+05:30आपको बधाई इतने अच्छे प्रयास के लिए।आपके इस प्रयास ...आपको बधाई इतने अच्छे प्रयास के लिए।आपके इस प्रयास से पाठकों को नए गजलकारों को जानने का मौका मिलेगा।नीरज कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/08819794299629244592noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7135955700764847887.post-86920904688603140792017-05-23T15:49:29.086+05:302017-05-23T15:49:29.086+05:30धन्यवाद। यह शृंखला मैंने खास कर अन्य प्रांतीय भाषा...धन्यवाद। यह शृंखला मैंने खास कर अन्य प्रांतीय भाषा के गजलकारों से मैथिली का परिचय हो उसके लिये शुरू किया था। उसमे कितना सफल रहा यह तो बाद की बात है। यथा समय फिर आपसे सहायता लूँगा। इस पोस्ट को पढ़ रहे अन्य प्रांतीय भाषा के पाठक से भी अनुरोध कि अगर उनके पास किसी प्रांतीय भाषा के गजलकार का परिचय हो तो उसे उपल्ब्ध करवायें।Ashish Anchinharhttps://www.blogger.com/profile/11963153563939587957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7135955700764847887.post-66521302465669189042017-05-22T23:17:29.750+05:302017-05-22T23:17:29.750+05:30वर्तमान अवधी लेखन में सर्वाधिक प्रगतिशील रचनाकारों...वर्तमान अवधी लेखन में सर्वाधिक प्रगतिशील रचनाकारों में हैं, डॊ. बजरंग बिहारी ‘बजरू’। उन्होंने अपनी अवधी गजलों से, अंतर्वस्तु और रूप के विविध प्रयोगों से, वर्तमान अवधी रचनात्मकता के परिदृश्य को विस्तृत और समृद्ध बनाया है। हमारे लिए खुशी की बात है कि ‘अवधी कै अरघान’ पर उनकी रचनाएँ मौजूद हैं। यह खुशी कई गुना और बढ़ जाती है जब इन रचनाओं को दूसरी भाषाओं के साहित्य-प्रेमी सराहते और आगे बढ़ाते हैं। आभार आपका! Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7135955700764847887.post-64617148347831092262017-05-21T14:57:20.272+05:302017-05-21T14:57:20.272+05:30उम्दा गजलें! सादर बधाइयाँ, प्रांजल धर उम्दा गजलें! सादर बधाइयाँ, प्रांजल धर Pranjal Dharhttps://www.blogger.com/profile/17933052656567932452noreply@blogger.com