अहाँ बिनु नै जी सकब हम
अलग रहि करि की सकब हम
बिछोड़क ई नोर नैनक
बहल कोना पी सकब हम
जरल मोनक वेदना ये
कते सहि सजनी सकब हम
मिलत जे प्रेमक सुईया
हिया फाटल सी सकब हम
विरहमे नित आब कुन्दन
बिता नै जिनगी सकब हम
बहरे-मजरिअ (1222-2122)
© कुन्दन कुमार कर्ण
अलग रहि करि की सकब हम
बिछोड़क ई नोर नैनक
बहल कोना पी सकब हम
जरल मोनक वेदना ये
कते सहि सजनी सकब हम
मिलत जे प्रेमक सुईया
हिया फाटल सी सकब हम
विरहमे नित आब कुन्दन
बिता नै जिनगी सकब हम
बहरे-मजरिअ (1222-2122)
© कुन्दन कुमार कर्ण