सोमवार, 27 अगस्त 2018

गजल

फूलक बनलै सहचर डारि
जतरा रहलै मजगर डारि

सुखिते मातर पहिलुक गाछ
झटपट ताकै हरियर डारि

किनको हिस्सा हल्लुक छैक
किनको हिस्सा भरिगर डारि

जे सभ धरतै जत्ते माटि
तत्ते ओक्कर नमहर डारि

इच्छा भीतर इच्छा बास
सभहँक जीवन रसगर डारि

पहिने धामन तकरा बाद
भेलै गहुमन अजगर डारि

सभ पाँतिमे 222-222-21 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

गजल

हमहूँ ओहो अमुक अमुक
सदिखन केलहुँ हुलुक बुलुक

पानि घटि गेल छै सौंसे
खूने पीबै चुरुक चुरुक

भूखक मारल सभहँक घर
हिंदू हिंदू तुरुक तुरुक

आँगन कानै लोकक बिन
घूमथि बाबा मुलुक मुलुक

जिनकर चालि चलन घटिया
संसद गेलथि ठुमुक ठुमुक

सभ पाँति 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। दू टा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। मैथिलीमे "ठुमुकि" शब्द सही छै मुदा काफियाक रक्षा लेल ओकरा "ठुमुक" बना देल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

सोमवार, 6 अगस्त 2018

गजल

कट्ठा बिग्घा धूरे धूर
सौंसे देखल भूरे भूर

अप्पन अप्पन मतलब लेल
दुनियाँ भेलै चूरम चूर

नेहक लागल बड़का रेस
हमहूँ दौड़ल पूरे पूर

चंदा तारा हुनके आगु
हमरा लागै दूरे दूर

रहलै आँगन कनियें देर
बाँकी केलक टूरे टूर

सभ पाँतिमे 22 22 22 21 मात्राक्रम अछि।
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों