रविवार, 30 अगस्त 2020

गजल

जेहन जेहन भेलै मति

तेहन तेहन भेलै गति


खाली सम्बन्धे टुटलै

जीवनमे छै अतबे क्षति


नै छै कियो जनता लेल

प्रधानमंत्री राष्ट्रोपति


कनियें रस आ बहुते बिख

रखने रहला हमरा प्रति


हम्मर हिनकर जिनकर हो

छै ईहो अति ओहो अति


सभ पाँतिमे 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। ई बहरे मीर अछि। 


शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

गजल

बसबिट्टी सन घनगर दुख
बाँसे सन छै नमहर दुख

गोपी बनि ललचाबै सभकेँ
ई टिकुला दुख मज्जर दुख

हुनका हिस्सा सीसो सभ
हमरा हिस्सा पीपर दुख

हारल दुख हमरा भेटल
जीतल जीतल हुनकर दुख

बहुते दिन सुख लग रहितो
रहिए गेलै असगर दुख

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

शनिवार, 22 अगस्त 2020

गजल

हुनकर आँखिक अतबे सपना

हिंदू मुस्लिम चमरा बभना


साहित्य आ कि राजनीतिमे

अबिते रहलै अदना पदना


अधरतियामे हमहूँ देखल

एकै भेलै अरघा बदना


नोर नोर नोर नोरे नोर

अतबे लिखने रहथिन विधना


दुख भेटल रहै मुँहदेखाइ

दुक्खे रहै हमर मुँहबजना


सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानल गेल अछि। ई बहरे मीर अछि

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

गजल

 छै अमीरक दिक्कत हीरा सोन दिक्कत

आ गरीबक दिक्कत माँड़े नोन दिक्कत


कोना पुरतै सिंदूर सभ इच्छा लेल

रहतै किछु इच्छा कुमारि तँ कोन दिक्कत


हमहूँ मानि लेलहुँ ओहो मानि लेलक

अइ दुनियाँमे देह दिक्कत मोन दिक्कत


किनको खातिर ई कर्जो भेलै तगमा

किनको खातिर सबूत बला लोन दिक्कत


बिना जनने बिना बुझने उल्टा प्रभाव छै

तांत्रिक सभ लग जोग दिक्कत टोन दिक्कत


सभ पाँतिमे 222-222-222-22 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। ई बहरे मीर अछि।

सोमवार, 17 अगस्त 2020

मैथिली गजल

राति चुप अछि आ गगन के ओ चान चुप अछि

फेरि  के  आँगनसँ   मुँह  ई   दलान  चुप  अछि

छोड़ि  के  चलि  गेला  जहियासँ  सभके  बाबा
माँछ-पोखरि,   खेत-गाछी,  मचान   चुप  अछि

बाजि  के  टप  टप   अहाँ  पैघ   नै  भ'  जायब
पैघ  अछि  ओ जे  कि सागर समान  चुप अछि

रूप  हुनकर  "मीर"  के सब  गजलसँ  बढ़ि  के
तँइ  हमर  सब शे'र  बनि  के अकान  चुप अछि

फेर   छी   सबटा   समयक  ई   आर   किछु  नै
शोर  चुप्पी अछिक' रहल  आ  जुबान चुप अछि

~आशुतोष मिश्रा 'अज़ल'

मात्रा क्रम:-२१२२ २१२२ १२१ २२

सोमवार, 3 अगस्त 2020

गजल

गहुमन बली अजगर गली
धामन बली साँखर गली

नेहक धनी जाइत रहल
आँचर गली काजर गली

बगुला भगत भेटल बहुत
बाहर गली भीतर गली

कोना चलब अतबे कहू
हिनकर गली हुनकर गली

आएल रहथिन देवतो
पापक महल पामर गली

सभ पाँतिमे मात्राक्रम 2212-2212 अछि।

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों