बुधवार, 24 अप्रैल 2019

गजल

पेटक लड़ाइमे हारत के
खेतक लड़ाइमे हारत के

वचन हुनकर महामिलन केर
भेंटक लड़ाइमे हारत के

फरिया ने सकलै जीवन भरि
नेहक लड़ाइमे हारत के

टेटर कहाँ कियो देखि सकल
घेघक लड़ाइमे हारत के

अनचिन्हारक विरुद्ध समाज
जीतक लड़ाइमे हारत के

सभ पाँतिमे 222 222  22 मात्राक्रम अछि। दूटा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

गजल

अपने जन्मल इफ आ बट
चुप्पे पसरल इफ आ बट

किंतु परंतु के फेरमे
पित्ते लहरल इफ आ बट

संबंधक नकली मुँहपर 
बहुते चमकल इफ आ बट

बाहर बाहर मिलजुल मन
भीतर उपजल इफ आ बट 

ईगो संदेहक संगे

सजि धजि निकलल इफ आ बट



सभ पाँतिमे 222 2222 मात्राक्रम अछि। "मिलजुल मन" हिंदीक एकटा प्रसिद्ध पोथीक नाम सेहो छै। दूटा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

रविवार, 14 अप्रैल 2019

गजल

उनमत्त नेता  प्रशासन बेहाल   छै
बाजै सगुनिया चुनाबी  ई साल छै

भाषणसँ राशन किना रहलै गाममे
जनताक चुल्हा  निरैठें  बदहाल  छै

ने भूख ने प्यास ने  गप उन्नतिक छै
मुद्दा धरम जाति   छेकने चौपाल छै

बिरथे जनम भेल अछि परजातंत्रमे
शासक त' हमहीं मुदा सुन्न भाल छै

धन्ना बनल एत' शासक छै  सेठ सन
निमुधन टुअर भेल जनता कंगाल छै

2212    2122     2212

मंगलवार, 2 अप्रैल 2019

गजल

हुनका आगू कोनो मुद्दा नै बँचलै
कुर्सी टेबुल चप्पल जुत्ता नै बँचलै

जिनका आगू राखल छै खाली आँठी
तिनका आगू रसगर गुद्दा नै बँचलै

सभ भऽ गेलै अपना मोने साधू संत
अइ संसारमे कियो लुच्चा नै बँचलै

हेहर कहियौ थेत्थर कहियौ या किच्छो
ई सच सभ दिन बँचलै सत्ता नै बँचलै

भूखसँ जो़ड़ल समान एलै बजारमे
महँगा नै बँचलै आ सस्ता नै बँचलै

सभ पाँतिमे मात्राक्रम 222 222 222 22 अछि। दू टा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों