सोमवार, 6 जनवरी 2020

हिंदी फिल्मी गीतमे बहर-25

गजलक मतलामे जे रदीफ-काफिया-बहर लेल गेल छै तकर पालन पूरा गजलमे हेबाक चाही मुदा नज्ममे ई कोनो जरूरी नै छै। एकै नज्ममे अनेको काफिया लेल जा सकैए। अलग-अलग बंद वा अंतराक बहर सेहो अलग भ' सकैए संगे-संग नज्मक शेरमे बिनु काफियाक रदीफ सेहो भेटत। मुदा बहुत नज्ममे गजले जकाँ एकै बहरक निर्वाह कएल गेल अछि। मैथिलीमे बहुत लोक गजलक नियम तँ नहिए जानै छथि आ ताहिपरसँ कुतर्क करै छथि जे फिल्मी गीत बिना कोनो नियमक सुनबामे सुंदर लगैत छै। मुदा पहिल जे नज्म लेल बहर अनिवार्य नै छै आ जाहिमे छै तकर विवरण हम एहि ठाम द' रहल छी-----------------
एक बेर फेर बहरक कमाल देखू फिल्मी गीतमे देखू। 122-122-122-122 हरेक पाँतिमे अछि। फिल्म "ये रात फिर ना आयेगी" केर गीत अछि। गीतकार छथि एह.एस बिहारी। संगीतकार छथि ओ.पी नय्यर। गायक महेन्द्र कपूर। ई फिल्म 1965 मे आए रहै जाहिमे विश्वजीत, मुमताज, पृथ्वीराज कपूर, शर्मिला टैगोर आदि कलाकार छलथि।


मेरा प्यार वो है के, मर कर भी तुम को 
जुदा अपनी बाहों से होने न देगा
मिली मुझको जन्नत तो जन्नत के बदले
खुदा से मेरी जां तुम्हें मांग लेगा

ज़माना तो करवट बदलता रहेगा
नए ज़िन्दगी के तराने बनेंगे
मिटेगी न लेकिन मुहब्बत हमारी
मिटाने के सौ सौ बहाने बनेंगे
हक़ीकत हमेशा हक़ीकत रहेगी
कभी भी न इसका फ़साना बनेगा


तुम्हें छीन ले मेरी बाहों से कोई
मेरा प्यार यूं बेसहारा नहीं है
तुम्हारा बदन चांदनी आ के छूले
मेरे दिल को ये भी गवारा नहीं है
खुदा भी अगर तुमसे आ के मिलेगा
तुम्हारी क़सम है मेरा दिल जलेगा

एकर तक्ती उर्दू हिंदी नियमपर कएल गेल अछि।  ई गीत निच्चा सुनि सकैत छी--




तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों