मात्र मैथिली गजलपर केंद्रित सम्मान "गजल कमला-कोसी-बागमती-महानंदा सम्मान" अछि जे किछु कारणवश स्थगित छल। 2011-2014 धरि ई चलल तकर बाद ठमकि गेल। मुदा ई फेरसँ शुरू हएत एवं एहिमे आब राशिक प्रावधान सेहो रहत जे कि 15000 रहत। योग्य रचना चुनबाक नियम पुरने सन अछि किछु संसोधनक संग। ई सम्मान दू चरणमे पूरा कएल जाएत जकर विवरण एना अछि--------
पहिल चरण-----------हरेक मासमे प्रकाशित गजल, बाल गजल, भक्ति गजल, रुबाइ, बाल रुबाइ, भक्ति रुबाइ, कता, फर्द, समीक्षा, आलोचना, समालोचना, इतिहासमेसँ एकटा रचना चूनल जाएत जे सालक बारहो मास चलत (साल मने 1 जनवरी सँ 31 दिसम्बर) । एहि तरहें चयन कर्ता लग अंतिम रूपसँ बारह रचना प्राप्त हेतन्हि। गजल बहरयुक्त हेबाक चाही। बिना बहर बला गजल मान्य नै हएत। सरल वार्णिक बहर बला गजल गजलक नवसिखुआ सभ लेल छै तँइ एहू बहर बला गजलकेँ हम बारब।
दोसर चरण------ चयनकर्ता अंतिम रूपमेसँ प्राप्त रचनाकेँ ओकर भाव, व्याकरण आदिक आधारपर एकटा रचना चुनताह, जे अंतिम रुपसँ मान्य हएत आ ओकरे ई पुरस्कार देल जाएत। रचना चुनबाक नियम-------------
1) रचना अनिवार्य रुपें "अनचिन्हार आखर" पर प्रकाशित होएबाक चाही। जँ कोनो रचनाकारक रचना अन्य द्वारा प्रस्तुत कएल गेल छैक सेहो मान्य हएत। कोनो अन्य पत्रिकामे प्रकाशित गजल सेहो मान्य हेतै मुदा ताहि लेल ओकर कटिंग आ अनापत्ति प्रमाण पत्र सेहो देल जाए पोस्टमे। चयन भेल रचनाकारक प्रतिबद्धता गजल ओ शेरो-शाइरीक विधा संग छनि वा नै सेहो देखल जाएत। संगहि संग चयन भेल रचनाकारक लेखन आ जीवनक आचरणमे कतेक साम्यता छनि सेहो देखल जाएत।
2) रचना मौलिक होएबाक चाही। जँ कोनो रचनाक अमौलिकता पुरस्कार प्राप्त भेलाक बाद प्रमाणित हएत तँ रचनाकार सँ अबिलंब पुरस्कार आपस लए लेल जाएत आ भविष्य मे एहन घटना के रोकबाक लेल " अनचिन्हार आखर" कानूनी कारवाइ सेहो कए सकैत अछि।
3) रचना चयन प्रकियाकेँ चुनौती नहि देल जा सकैए।
4) एहन रचनाकार जे मैथिलीक रचना के अन्य भाषाक संग घोर-मठ्ठा कए लिखैत छथि से एहि पुरस्कारक लेल सवर्था अयोग्य छथि, हँ ओहन रचनाकार जे मैथिली आ अन्य भाषा मे फराक-फराक लिखैत छथि तिनकर रचनाकेँ पुरस्कार देल जा सकैए, बशर्ते कि ओ अन्य पात्रता रखैत होथि।
5) पहिल चरणक प्रकिया हरेक मासक 5 सँ 10 तारीखके बीच आ दोसर चरण हरेक तिला-संक्रान्ति के पूरा कएल जाएत।
6) एहि पुरस्कारक चयन पूर्णतः आन-लाइन होएत । राशिक बेबस्था सेहो आने-लाइन रहत।
7) रचनाकार कोनो देशक नागरिक भए सकैत छथि।
8) " अनचिन्हार आखर"क संस्थापक एहि पुरस्कार मे भाग नहि लए सकैत छथि।