टुक टुक ताकै विस्थापित बहार
पागल लागै विस्थापित बहार
स्थापित छै जँइ तँइ काँटक महंथ
सभटा जानै विस्थापित बहार
कतबो छल बलगर कतबो बुलंद
तैयो भेलै विस्थापित बहार
कहियो ने कहियो एतै बसंत
अतबे बाजै विस्थापित बहार
हमरे बलपर केने राज साज
हमरे ढाहै विस्थापित बहार
सभ पाँतिमे 222-222-2-121 मात्राक्रम अछि। ई बहरे लोचन अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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