गुरुवार, 28 जुलाई 2022

गजल

हम बैसल छी रस्ता बना कऽ
ओ सुखमे अछि गलती गना कऽ

ए.सी पुछलक तेहन सवाल
चुप्पे रहलहुँ घामे नहा कऽ

खाली छै जेबी अंत काल
बुझलहुँ पूरा दुनियाँ कमा कऽ

फाइल बिहुँसै भरि बाट घाट
आ ई घूसो हँसलै भभा कऽ

अतबे गुण छै ओकर सदासँ
मारै पूरा दुनियाँ जिया कऽ

गुण बिन किछु नै छै रूप रंग
से देखल अपने के सजा कऽ

सभ पाँतिमे 22-22-22-121 मात्राक्रम अछि। ई बहरे लोचन अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

शनिवार, 16 जुलाई 2022

गजल

लटकन झटकन सिंगार सोहावन
नव नौतारक संसार सोहावन

नै बँचतै कोनो शब्द वा साहस
सत्ता चाहै प्रतिकार सोहावन

खा रहलै दुखमे बोरि सुख सुविधा
बहुरुपिया के परचार सोहावन

आगूमे लाशक ढेर तइ बादो
सुनिते रहलै जैकार सोहावन

ओ सपना इच्छा बेचि लेने छै
बड़का बड़का पैकार सोहावन

सभ पाँतिमे 22-22-22-1222 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों