बीच दरबार किछु तऽ हेतै
मारि भेलै मुदा तकर जड़ि
कवि पुरस्कार किछु तऽ हेतै
काज ओकर भऽ जाइ पूरा
तेज तर्रार किछु तऽ हेतै
घीचि रहलै समय समयपर
डीह डिहबार किछु तऽ हेतै
काटि देने रहै भिरा कऽ
जीह तलवार किछु तऽ हेतै
सभ पाँतिमे 212-212-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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