शुक्रवार, 27 अक्तूबर 2023

गजल

रसिकता छै बहुत बेसी जमानामे
आ लुच्चा छै बहुत बेसी जमानामे

हमर हक मारि बैसल छै हगलगंडा
कमीना छै बहुत बेसी जमानामे

असली भूख लगने भेटि जेतै रस
गुजारा छै बहुत बेसी जमानामे

गलत गलते रहत सभदिन सही कारण
तरीका छै बहुत बेसी जमानामे

कहल आ बेकहल दुन्नू दिशा देखू
नमूना छै बहुत बेसी जमानामे

घटल छै लक्ष्य दुनियाँमे मुदा इम्हर
निशाना छै बहुत बेसी जमानामे

घटा देलक हटा देलक मिटा देलक
तमाशा छै बहुत बेसी जमानामे

जरूरी नै जे हुनके लग दया बाँचल
विधाता छै बहुत बेसी जमानामे


सभ पाँतिमे 1222-1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोसद्दस सामिल अछि (एकरा बहरे हजज सालिम छह रुक्नी सेहो कहल जाइत छै)। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों