रसिकता छै बहुत बेसी जमानामे
आ लुच्चा छै बहुत बेसी जमानामे
हमर हक मारि बैसल छै हगलगंडा
कमीना छै बहुत बेसी जमानामे
असली भूख लगने भेटि जेतै रस
गुजारा छै बहुत बेसी जमानामे
गलत गलते रहत सभदिन सही कारण
तरीका छै बहुत बेसी जमानामे
कहल आ बेकहल दुन्नू दिशा देखू
नमूना छै बहुत बेसी जमानामे
घटल छै लक्ष्य दुनियाँमे मुदा इम्हर
निशाना छै बहुत बेसी जमानामे
घटा देलक हटा देलक मिटा देलक
तमाशा छै बहुत बेसी जमानामे
जरूरी नै जे हुनके लग दया बाँचल
विधाता छै बहुत बेसी जमानामे
सभ पाँतिमे 1222-1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोसद्दस सामिल अछि (एकरा बहरे हजज सालिम छह रुक्नी सेहो कहल जाइत छै)। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
- मुखपृष्ठ
- अनचिन्हार आखरक परिचय
- गजल शास्त्र आलेख
- हिंदी फिल्मी गीतमे बहर
- भजनपर गजलक प्रभाव
- अन्य भारतीय भाषाक गजलमे बहर
- समीक्षा/आलोचना/समालोचना
- गजल सम्मान
- गजलकार परिचय शृखंला
- गजलसँ संबंधित आडियो/वीडियो
- विश्व गजलकार परिचय शृखंला
- छंद शास्त्र
- कापीराइट सूचना
- अपने एना अपने मूँह
- गजलक इस्कूल
- गजलकार
- अर्चा-चर्चा-परिचर्चा
- आन-लाइन मोशायरा
- आशीष अनचिन्हारक रचना संसार
- मैथिली गजलसँ संबंधित आन लिंक, पन्ना ओ सामग्री
- Maithili Ghazal Books Download
- शेर जे सभ दिन शेर रहतै
शुक्रवार, 27 अक्तूबर 2023
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें