काज पड़िते मुदा सिता गेलै
छै चलनसारि देशमे बहुते
केलहो काज किछु गना गेलै
अंत धरि रोकलहुँ मुदा तैयो
आँखिमे नोर झिलमिला गेलै
ताकमे दुख रहै जे टुटि जेतै
धैर्यमे देखि ओ पिता गेलै
लोक उम्मेद रखने अछि फाजिल
एक हम छी जकर छिना गेलै
सभ पाँतिमे 212-212-1222 मात्राक्रम अछि। किछु पाँतिमे मान्य छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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