जकरा केलहुँ अपना बुझि
से सभ भागल अनका बुझि
हमरा गेने घाटा छनि
नहिए गेलहुँ दुविधा बुझि
बजने हेतै किछु ने किछु
चुप्पे रहलै खतरा बुझि
असगर रहलहुँ आँगनमे
लोको देखै मजमा बुझि
हेता ओ साँचक मुरती
जनता पहुँचल चमचा बुझि
सभ पाँतिमे 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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मंगलवार, 30 जुलाई 2024
गजल
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
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