गुरुवार, 1 अक्तूबर 2009

गजल

गजल

एकटा चान जे हमरा लग राति मे अबैए
वएह त कागत पर पाँति मे अबैए


जीबाक लेल त जी सकैत छी अहाँक बिनु
मुदा कतेक दिन सएह त ने बुद्धि मे अबैए


आँखि सँ नमहर सपना नहि देखबाक चाही
फुनगीक आस मे बैसल जड़ि मे अबैए


पिजाएल लाठी किएक केकरा लेल
अपने खुट्टाक बड़द त जजाति मे अबैए


किएक केकरो घरवाली के कहबै हड़ाशंखनी
जखन अपने घरवालीक गनती हड़ाहि मे अबैए

1 टिप्पणी:

  1. पिजाएल लाठी किएक केकरा लेल
    अपने खुट्टाक बड़द त जजाति मे अबैए

    गाँधी जन्म दिवस पर इ शेर् प्रासंगिक भए गेल अछि। धन्यवाद।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों