किछु किछु रसधार जकाँ
किछु किछु बेकार जकाँ
हुनको सभहँक दुनियाँ
आने संसार जकाँ
साधल मातल लोकक
बोली ललकार जकाँ
बेरा बेरी हमरो
केलक उद्धार जकाँ
ओकर इच्छा लागै
अनमन कंसार जकाँ
सभ पाँतिमे 222-222 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
किछु किछु बेकार जकाँ
हुनको सभहँक दुनियाँ
आने संसार जकाँ
साधल मातल लोकक
बोली ललकार जकाँ
बेरा बेरी हमरो
केलक उद्धार जकाँ
ओकर इच्छा लागै
अनमन कंसार जकाँ
सभ पाँतिमे 222-222 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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