कनियें उप्पर बेसी तर
हुनकर मारल सभहँक घर
असगरुआ के जीवन की
अपने कनियाँ अपने बर
रावण चाहै राम लखन
सीता चाहथि जनकक हर
भेटत सभ चकमक चकमक
जल्दी पकड़ू कत्तौ गर
अनचिन्हारो छै बुड़िबक
नै मानैए किनको डर
सभ पाँतिमे 222-222-2 मात्राक्रम अछि
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
हुनकर मारल सभहँक घर
असगरुआ के जीवन की
अपने कनियाँ अपने बर
रावण चाहै राम लखन
सीता चाहथि जनकक हर
भेटत सभ चकमक चकमक
जल्दी पकड़ू कत्तौ गर
अनचिन्हारो छै बुड़िबक
नै मानैए किनको डर
सभ पाँतिमे 222-222-2 मात्राक्रम अछि
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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