रविवार, 14 अप्रैल 2019

गजल

उनमत्त नेता  प्रशासन बेहाल   छै
बाजै सगुनिया चुनाबी  ई साल छै

भाषणसँ राशन किना रहलै गाममे
जनताक चुल्हा  निरैठें  बदहाल  छै

ने भूख ने प्यास ने  गप उन्नतिक छै
मुद्दा धरम जाति   छेकने चौपाल छै

बिरथे जनम भेल अछि परजातंत्रमे
शासक त' हमहीं मुदा सुन्न भाल छै

धन्ना बनल एत' शासक छै  सेठ सन
निमुधन टुअर भेल जनता कंगाल छै

2212    2122     2212

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों