ई बात बुझले रहै ई बात जनले रहै
जे दुश्मनक भीड़मे किछु लोक अपने रहै
आएल जहिया जखन आँगन अचानक कियो
किछु नोर पोछल रहै किछु नोर बचले रहै
मजबूर जीहो रहल मजबूर ठोरो रहल
किछु बात संगे रहै किछु बात अलगे रहै
ईहो तमाशा बहुत भेलै हमर देशमे
किछु लोक जागल रहै किछु लोक सुतले रहै
खरिहानमे खेतमे आँगन दलानो बुझू
किछु जीह कटले रहै किछु मूँह दबले रहै
सभ पाँतिमे 2212-212-2212-212 मात्राक्रम अछि।
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