शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

गजल

जहर डुबल छै बान सुपारी लइए लेलक जान सुपारी सूनब कठिन अवाज सुदीनक पथने रहलै कान सुपारी की देबै उपदेश सिनेहक चीन्है अप्पन आन सुपारी खिस्सा खतम आ पैसा हजम सद्धम बद्धम पान सुपारी

महँगा महँगा बाँचल रहलै सदिखन भेलै दान सुपारी

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।  "सद्धम बद्धम पान सुपारी" ई पाँति बच्चामे सूनल पाँति अछि। 

सोमवार, 9 अगस्त 2021

गजल

सरस शब्द कमला बिला गेल छै
मधुर बोल कोसी खिया गेल छै

हवा पानि तेहन लगा गेल छै
बहुत तीर अपने बिझा गेल छै

हितैषी बनैए प्रजा केर ओ
चितापर चिता जे सजा गेल छै

किए जोड़ि देलक पता से करू
बहुत बेर अहिना घटा गेल छै

लिखा गेल हेतै पतापर पता
पता नै ककर की घुरा गेल छै

खसल बुन्द अत्ते हुनक दर्द के
हमर टीस कहुना मिझा गेल छै


सभ पाँतिमे 122-122-122-12 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मुतकारिब केर मुजाइफ रूप अछि।

शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

गजल

कियो पुछलक सुखी के छै
कियो कहलक खुशी के छै

पकड़ि लै छै बिना गलती
पता करियौ बरी के छै

कथीपर नाचि रहलै ओ
अथी साँती अथी के छै

गलत पूरा गलत तकलहुँ
सही पूरा सही के छै

कियो बुझि अप्सरा हमरा
पुछैए जे परी के छै

सभ पाँतिमे 1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोरब्बा सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों