शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

गजल

जहर डुबल छै बान सुपारी लइए लेलक जान सुपारी सूनब कठिन अवाज सुदीनक पथने रहलै कान सुपारी की देबै उपदेश सिनेहक चीन्है अप्पन आन सुपारी खिस्सा खतम आ पैसा हजम सद्धम बद्धम पान सुपारी

महँगा महँगा बाँचल रहलै सदिखन भेलै दान सुपारी

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।  "सद्धम बद्धम पान सुपारी" ई पाँति बच्चामे सूनल पाँति अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों