बुधवार, 23 मार्च 2022

गजल

घरहिमे उगल छै तरेगन
हृदयमे बसल छै तरेगन

विकासक कऽ अनघोल सौंसे
तुरंते घुरल छै तरेगन

अबारा हवा मेघ मौसम
अबारा बनल छै तरेगन

जहाँ धरि रहै चान सूरज
तहाँ धरि मरल छै तरेगन

हमर के हुनक के किनक के
अहीमे फँसल छै तरेगन

सभ पाँतिमे 122-122-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों