बुधवार, 2 सितंबर 2009

गजल


गजल

अपन आँखि मे बसा लिअ हमरा
अपन श्वास मे नुका लिअ हमरा


जतए मरितो-मरैत जीबाक आश रहए
ओहने ठाम बजा लिअ हमरा


हाथ सटेला सँ कतहुँ मोन भरतैक
अपन करेजा सँ सटा लिअ हमरा

भरि जनगी बौआइते रहलहुँ हम
कनिकबे सही संग लगा लिअ हमरा


जाइत छी मुदा जएबाक मोन नहि अछि
कोनो सप्पत सँ घुरा लिअ हमरा


3 टिप्‍पणियां:

  1. muaf kijiyega maithili meri bodh shakti ke pare hai par jitna smajhta hoon us hisab se bahut khoob hai

    sadhanyawad

    atul

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  2. KYA KHOOB LIKHA HAI.MAI BHI MAITHALI GAZAL LIKHATA HUN
    NAME SUDHIR KUMAR MISHRA
    VILLAGE KHAJURI POST DALDAL POLICE STATION BHEJA MADHEPUR MADHUBANI BIHAR

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों