गजल
१
अपन आँखि मे बसा लिअ हमरा
अपन श्वास मे नुका लिअ हमरा
जतए मरितो-मरैत जीबाक आश रहए
ओहने ठाम बजा लिअ हमरा
हाथ सटेला सँ कतहुँ मोन भरतैक
अपन करेजा सँ सटा लिअ हमरा
भरि जनगी बौआइते रहलहुँ हम
कनिकबे सही संग लगा लिअ हमरा
जाइत छी मुदा जएबाक मोन नहि अछि
कोनो सप्पत सँ घुरा लिअ हमरा
bah, bah, bah
जवाब देंहटाएंmuaf kijiyega maithili meri bodh shakti ke pare hai par jitna smajhta hoon us hisab se bahut khoob hai
जवाब देंहटाएंsadhanyawad
atul
KYA KHOOB LIKHA HAI.MAI BHI MAITHALI GAZAL LIKHATA HUN
जवाब देंहटाएंNAME SUDHIR KUMAR MISHRA
VILLAGE KHAJURI POST DALDAL POLICE STATION BHEJA MADHEPUR MADHUBANI BIHAR