शनिवार, 14 फ़रवरी 2009

गज़ल

गजल

देश चुल्हा मे गेल संसद मे हल्ला मचि रहल
राष्ट्र पर खतरा भेल संसद मे हल्ला मचि रहल

अकाल, बाढ़ि, भूकंप आबि चल गलैक
ए.पीक भत्ता लेल संसद मे हल्ला मचि रहल

घोटाला पर घोटाला बैसल कमीशन जाँचक
रिर्पोटक औचित्य लेल संसद मे हल्ला मचि रहल

टूटि गेल सपना मेटि गेल आजादीक अर्थ
निच्चा काँट उपर बेल संसद मे हल्ला मचि रहल

एकटा लाश भेटल बाट पर अनचिन्हार
ओकर जाति लेल संसद मे हल्ला मचि रहल

1 टिप्पणी:

  1. एकटा लाश भेटल बाट पर अनचिन्हार
    ओकर जाति लेल संसद मे हलएकटा लाश भेटल

    बड्ड नीक।

    आ ई तँ धमगिज्जर भ’ गेल
    वयस सँ पहिनेहें बच्चा जवान
    अर्पूणे पंचमे बर्खे रति-झमार हेतैक
    अर्पूणे पंचमे बर्खे शंकर मिश्र माथ पीट लेताह।
    दुनू गजल तरा-उपरी अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों