भेटैत रहिहें कहियो काल
देखैत रहिहें कहियो काल
ई प्राण बनलौ तोरे लेल
झीकैत रहिहें कहियो काल
चर्चा हमर बस उड़िते रहतौ
सूनैत रहिहें कहियो काल
सुइटर सनक छै ई जीबन से
बूनैत रहिहें कहियो काल
हम फूल तों भमरा बनि बनि कऽ
सूँघैत रहिहें कहियो काल
सभ पाँतिमे 2212+2+2221 मात्राक्रम अछि।
तेसर आ चारिम शेरक दोसर पाँतिक अंतिम दीर्घकेँ संस्कृत परम्परानुसार लघु मानल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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