देश देह दुबराएल छै
लोक मोन उधिआएल छै
पाप पुण्य एना केलकै
स्वर्ग नर्क भरमाएल छै
भोर साँझ हमरे मेहनति
घाम केकरो आएल छै
ठोर कहि रहल जे प्रीत केर
गीत ओकरे गाएल छै
गाछ गाछ जरि रहलै मुदा
डारि पात हरिआएल छै
सभ पाँतिमे 21-21-222-12 मात्राक्रम अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
लोक मोन उधिआएल छै
पाप पुण्य एना केलकै
स्वर्ग नर्क भरमाएल छै
भोर साँझ हमरे मेहनति
घाम केकरो आएल छै
ठोर कहि रहल जे प्रीत केर
गीत ओकरे गाएल छै
गाछ गाछ जरि रहलै मुदा
डारि पात हरिआएल छै
सभ पाँतिमे 21-21-222-12 मात्राक्रम अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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