गुरुवार, 23 जून 2016

गजल

नाम विकासक
काज विनाशक

धरती बेचि कऽ
बात अकासक

छुटिए  गेलै
संग हुलासक

माछे जानै
हाल पियासक

बेपारी छी
भाव लहासक

सभ पाँतिमे 22-22 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों