सोमवार, 13 जून 2016

गजल


अहाँक यादि में पागल पागल
अहाँक रूप के मारल मारल

गनैत मेघ के चंदा तारा
निछोह राति में जागल जागल

चमकि रहल छलै अँगना मोनक
अहींक लेल छल पोछल पाछल

कतेक बेर तक ताकब रस्ता
बिछोह आगि के जारल जारल

उछेह राखि हम नेहक सागर
फिरैत बाध में भागल भागल

सनेस यैह टा भेटल नीरज
करेज राख सन राखल राखल

प्रत्येक पाँति में मात्राक्रम 
121212-2222 अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों