शनिवार, 3 सितंबर 2016

गजल

कर्ममे एना रमा जाउ संगी
स्वर्गमे सिड़ही लगा जाउ संगी

भेटलै ककरा कथी मेहनत बिनु
बाट गन्तव्यक बना जाउ संगी

नै घृणा ककरोसँ नै द्वेष राखू
नेह चारु दिस बहा जाउ संगी

चित्तमे सुनगत अनेरो जँ चिन्ता
धूँइयामे सब उड़ा जाउ संगी

ठेस लागल ओकरे जे चलल नित
डेग उत्साहसँ बढा जाउ संगी

किछु करु हो जैसँ कल्याण लोकक
नाम दुनियामे कमा जाउ संगी

ओझरी छोड़ाक जिनगीक आबो
संग कुन्दनके बिता जाउ संगी

फाइलुन–मुस्तफइलुन–फाइलातुन

© कुन्दन कुमार कर्ण

http://www.kundanghazal.com

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों