शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

गजल

बसबिट्टी सन घनगर दुख
बाँसे सन छै नमहर दुख

गोपी बनि ललचाबै सभकेँ
ई टिकुला दुख मज्जर दुख

हुनका हिस्सा सीसो सभ
हमरा हिस्सा पीपर दुख

हारल दुख हमरा भेटल
जीतल जीतल हुनकर दुख

बहुते दिन सुख लग रहितो
रहिए गेलै असगर दुख

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों