दुनियाँ बहुते क्रूर महोदय
सपना चकनाचूर महोदय
आनक नाँगरि देखि हँसू नै
देखू अपनो खूर महोदय
अपराधी ओ भूख अशिक्षा
सभटा अछि मंजूर महोदय
कोना जरलै गाम पता नै
चुप्पे रहलै घूर महोदय
सुविधा गेलै बाँस बरेली
कत्ते मूनब भूर महोदय
सभ पाँतिमे 22-22-21-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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