शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

गजल

दुनियाँ बहुते क्रूर महोदय
सपना चकनाचूर महोदय

आनक नाँगरि देखि हँसू नै
देखू अपनो खूर महोदय

अपराधी ओ भूख अशिक्षा
सभटा अछि मंजूर महोदय

कोना जरलै गाम पता नै
चुप्पे रहलै घूर महोदय

सुविधा गेलै बाँस बरेली
कत्ते मूनब भूर महोदय

सभ पाँतिमे 22-22-21-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों