मंगलवार, 27 अप्रैल 2021

गजल

बात बाजै जोर चोट्टा
देश बेचै चोर चोट्टा

आँखिमे की छै गरीबक
बाँचि गेलै नोर चोट्टा

आस खेलक साँझ सभहक
खून पीतै भोर चोट्टा

एक गुड्डी छटपटेलै
तोड़ि देलक डोर चोट्टा

लोक मानै लोक जानै
लोक छै लतखोर चोट्टा

सभ पाँतिमे 2122-2122 मात्राक्रम (बहरे रमल मोरब्बा सालिम वा बहरे रमल सालिम चारि रुक्नी) अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों