सत्ता सुखक अभ्यासमे हथियार छै टूटल जकाँ
थकुचल गदा पिचकल धनुष तलवार छै मुरछल जकाँ
दुख होइ छै स्त्रीकेँ मुदा स्वीकार छै परिवार लेल
बाली जकाँ चूड़ी जकाँ डरकस जकाँ पायल जकाँ
जइ नग्रमे जइ गाममे दर्दक असरि बेसी रहत
तइ नग्रमे तइ गाममे सदिखन रहब पागल जकाँ
ओ ढोंग के अइ दोगमे बड़ नीक बनि गेलै मुदा
किछु काल धरि किछु साल धरि तइ बाद छै थाकल जकाँ
अंतर बहुत अर्थो बहुत छै बात बातक बातमे
ई मोन छै भरछल जकाँ ओ जीह छै दागल जकाँ
सभ पाँतिमे 2212-2212-2212-2212 मात्राक्रम अछि। ई बहरे रजज मुसम्मन सालिम अछि। दोसर शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघुक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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