शुक्रवार, 5 अगस्त 2022

गजल

बोल हुनकर मधुरक पथार राजा जी
भोट दैते जरलै कपार राजा जी

की कहू हम कहि ने सकब अते खिस्सा
बातमे बाते छै हजार राजा जी

भूख लागल छै केकरो मुदा इम्हर
आन आगू लगलै सचार राजा जी

छल भरोसा पैकार संग सरकारक
आब भेलहुँ बहुते लचार राजाजी

कोन कारण आएल छथि हमर आँगन
भेल हेतै कोनो नियार राजाजी

सभ पाँतिमे 2122-2212-1222 मात्राक्रम अछि। मतलाक काफिया आ रदीफ लोकधुनसँ प्रेरित अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों