भोट दैते जरलै कपार राजा जी
की कहू हम कहि ने सकब अते खिस्सा
बातमे बाते छै हजार राजा जी
भूख लागल छै केकरो मुदा इम्हर
आन आगू लगलै सचार राजा जी
छल भरोसा पैकार संग सरकारक
आब भेलहुँ बहुते लचार राजाजी
कोन कारण आएल छथि हमर आँगन
भेल हेतै कोनो नियार राजाजी
सभ पाँतिमे 2122-2212-1222 मात्राक्रम अछि। मतलाक काफिया आ रदीफ लोकधुनसँ प्रेरित अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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