ईसाइ नव बर्खक मंगलमय शुभकामना
गजल
१
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गप्प जखन बिआहक चलल हेतैक
गरीबक बेटी बड्ड कानल हेतैक
गोली लागल देह दसो दिशा मे
कुशलक खोंइछ कत्तौ बान्हल हेतैक
डेग-डेग पर निद्रा देवीक प्रसार
केना कहू केओ जागल हेतैक
सड़ि गेलैक एहि पोखरिक पानि
जुग-जुगान्तर सँ नहि उराहल हेतैक
विश्वास करु समान कम नहि देत
बाटे मे बाट भजारल हेतैक
गरीबक बेटी बड्ड कानल हेतैक
गोली लागल देह दसो दिशा मे
कुशलक खोंइछ कत्तौ बान्हल हेतैक
डेग-डेग पर निद्रा देवीक प्रसार
केना कहू केओ जागल हेतैक
सड़ि गेलैक एहि पोखरिक पानि
जुग-जुगान्तर सँ नहि उराहल हेतैक
विश्वास करु समान कम नहि देत
बाटे मे बाट भजारल हेतैक
आदर्श बनाम आदर्शवादी
जवाब देंहटाएंबुद्ध-गान्धीक गात लेल युद्ध
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सड़ि गेलैक एहि पोखरिक पानि
जुग-जुगान्तर सँ नहि उराहल हेतैक
aanandit bhay gelahu bhavnak visphot dekhi kay