मंगलवार, 5 जनवरी 2016

गजल

बहुत भेलै मोनक बात यौ साहेब
दियौ कनिको भोजन भात यौ साहेब

पसरि गेलै खूने खून नोरे नोर
उजड़िए गेलै अहिबात यौ साहेब

हमर जेबीमे छै राति छै अन्हार
हुनक बटुआ चमकै प्रात यौ साहेब

रहथि जे सभ बिच्चे बीच ठामे ठाम
समय तिनका केलक कात यौ साहेब

अहाँ नवका पल्लव छी हमर गाछीक
छियै हम सभ पीयर पात यौ साहेब

सभ पाँतिमे 1222-2221-2221 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों