सोमवार, 11 जनवरी 2016

गजल

बाल गजल

मोइन पोखरि नालामे हेली हम
गाछीमे नाची गाबी खेली हम

चोरा जामुन तोड़ी आमो तोड़ी
ई बड़का काज कऽ नमहर भेली हम

हेतौ तोरा अँगनामे पिल्ला तै
आसामे तोहर आँगन एली हम

तागत छै ज्ञानक हमरो हिस्सामे
नहुँ नहुँ धीरे दुनियाँकेँ ठेली हम

बच्चा छी बच्चामे भगवाने छै
ने बाभन ने डोमा ने तेली हम

सभ पाँतिमे दस टा दीर्घ अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों