शनिवार, 16 जनवरी 2016

गजल

ने   रूप  छै  ने  रंग  छै   तोरा  जकाँ
ने  बोल  छै  ने  ढंग  छै   तोरा  जकाँ

ने  गीत  छै   ने  छंद  छै  ने   राग  छै
ने  ढोल  ने  मिरदंग  छै   तोरा  जकाँ

मखमल कही वा संगमरमर सन कही
छै  झूठ  सब  ने अंग  छै तोरा  जकाँ

किछ दूर चललौं साथ हम सबके मुदा
ने  सोर   ने  हुड़दंग  छै   तोरा   जकाँ

सब  लोग  छै  साथे  मुदा  साँचे  कही
ने   मोह  माया  संग   छै   तोरा  जकाँ

नीरज कहै  तू  छैं अलग  अनमोल  छैं
एहन   कहाँ   अतरंग  छै  तोरा  जकाँ

सब पाँति में मात्राक्रम
2212-2212-2212

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों