ई हमर आ हमर गजलक सौभाग्य अछि जे हेमंत दासजी Hemant Das Patnaएकरा अंग्रेजीमे अनुवादित केलथि। हुनका धन्यवाद संगे-संग ओमप्रकाशजीकेँ सेहो धन्यवाद जे ओ ऐ गजलकेँ शेयर केलथि। हेमंतजीक मूल पोस्टक लिंक कमेंटमे देल जा रहल अछि। तँ अहूँ सभ पढ़ू मूल आ अनुवाद एकैठाम--
हम झुट्ठेमे अपसियाँत
तों सत्तेमे अपसियाँत
I am tired without any achievement.
You are exhausted with your Power
नहियें पी सकलै शराब
जे चिखनेमे अपसियाँत
He could never drink wine
Who felt exhausted merely in tasting
सभ खा गेलै खेनहार
किछु पत्तेमे अपसियाँत
Everything has been eaten by the eater
And some people are tired in fight for the leaf plates
जकरा लग सालक हिसाब
से महिनेमे अपसियाँत
I, who has to run the family through the year
Feel tired only in a month
के छै अनचिन्हार लेल
सभ अपनेमे अपसियाँत
Who is there for ‘Anchinhar’ (poet)
Everyone is exhausted for himself.”
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