बुधवार, 4 जनवरी 2017

गजल

बड़का बड़का धारे झा
सौंसे छै बुधियारे झा

मुरदा सन के दुनियाँ छै
की करता हथियारे झा

सूतल दुखिया मोन हमर
जागल बस संसारे झा

हमरा लग सुखले सुक्खल
हुनका लग रसदारे झा

अगुअति धेने एकै दू
बड़ बैसल पछुआरे झा

सभ पाँतिमे 222-222-2 मात्राक्रम अछि
दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों