शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

गजल

हमहूँ ओहो अमुक अमुक
सदिखन केलहुँ हुलुक बुलुक

पानि घटि गेल छै सौंसे
खूने पीबै चुरुक चुरुक

भूखक मारल सभहँक घर
हिंदू हिंदू तुरुक तुरुक

आँगन कानै लोकक बिन
घूमथि बाबा मुलुक मुलुक

जिनकर चालि चलन घटिया
संसद गेलथि ठुमुक ठुमुक

सभ पाँति 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। दू टा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। मैथिलीमे "ठुमुकि" शब्द सही छै मुदा काफियाक रक्षा लेल ओकरा "ठुमुक" बना देल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों