गुरुवार, 30 जुलाई 2020

गजल

अपना सन नै लागल अनचिन्हार
अनका लग ई बाजल अनचिन्हार

रचनामे कनियों नै रहलै धाह 
सुविधा रसमे डूबल अनचिन्हार

बहुते बाजल लेकिन काजक बेर
नाँगरि सुटका भागल अनचिन्हार

बदलत सभ कहियो बाजल ई बात
अलमीरामे राखल अनचिन्हार

पक्का हेतै ई चिन्हारक काज
सोझा सोझी बाजल अनचिन्हार

सभ पाँतिमे 222-222-222-1 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों