शनिवार, 24 अक्टूबर 2020

गजल

चकमक हमरो आँगन मैया एने
गमगम हुनको आँगन मैया एने

नवका आँगन महमह गदगद चहचह
जूटल पुरनो आँगन मैया एने

की छै दुख आ की छै दुनियाँदारी
बिसरल सगरो आँगन मैया एने

बुझलथि दुख आँचरकेँ सुख आँचरकेँ
पिघलल बजरो आँगन मैया एने

जे सभ बाँटैए दुख अइ दुनियाँमे
हो सुख तकरो आँगन मैया एने

सभ पाँतिमे 22-22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों