चकमक हमरो आँगन मैया एने
गमगम हुनको आँगन मैया एने
नवका आँगन महमह गदगद चहचह
जूटल पुरनो आँगन मैया एने
की छै दुख आ की छै दुनियाँदारी
बिसरल सगरो आँगन मैया एने
बुझलथि दुख आँचरकेँ सुख आँचरकेँ
पिघलल बजरो आँगन मैया एने
जे सभ बाँटैए दुख अइ दुनियाँमे
हो सुख तकरो आँगन मैया एने
सभ पाँतिमे 22-22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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