शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

गजल

बिन लोकक संसार बाँचल
जे बाँचल अवतार बाँचल

सभ तरहक अपराध रखने
धरतीपर सरकार बाँचल

घुमि एलहुँ दरबार सभहक
बस हुनके दरबार बाँचल

टूटल फूटल भोथ बेकार
हमरा लग हथियार बाँचल

बाहर बाहर सभ्य बनलहुँ
भीतरमे खुंखार बाँचल

सभ पाँतिमे 22-22-2122 मात्राक्रम अछि। चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों