शनिवार, 23 जनवरी 2021

गजल

रामा भोरे सपना देखल हो
रामा सत्ता देशो बेचल हो

अनकर घटनामे ताली थपड़ी
रामा सेहो घटना बीतल हो

छै हुनकर कोरा दुष्टक बैसक
रामा सधुआ अलगे फेकल हो

नग्रक खेला अलबेला खेला
रामा गामक सेहो देखल हो

जे रचतै से बचतै दुनियाँमे
रामा ताही कारण लीखल हो

सभ पाँतिमे 222-222-222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। भास पारंपरिक अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों