बुधवार, 30 दिसंबर 2020

गजल

विधाता छथि संसारमे राधा
गुजारा छथि संसारमे राधा

कते रहबै रसगर अहाँ तकरे
इशारा छथि संसारमे राधा

रहत कीमत की नेहमे देहक
उतारा छथि संसारमे राधा

अते कोना राखब उसारब हम
खजाना छथि संसारमे राधा

जँ चाही कृष्णक संग दुनियाँमे
सहारा छथि संसारमे राधा

सभ पाँतिमे 1222-22-1222 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों