विधाता छथि संसारमे राधा
गुजारा छथि संसारमे राधा
कते रहबै रसगर अहाँ तकरे
इशारा छथि संसारमे राधा
रहत कीमत की नेहमे देहक
उतारा छथि संसारमे राधा
अते कोना राखब उसारब हम
खजाना छथि संसारमे राधा
जँ चाही कृष्णक संग दुनियाँमे
सहारा छथि संसारमे राधा
सभ पाँतिमे 1222-22-1222 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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