मंगलवार, 16 मार्च 2021

गजल

नमन हे सुपालक नमन हे दिगंबर
जयति हे विनाशक जयति हे विशेश्वर

सहज भक्ति जिनकर सरस शक्ति जिनकर
जयति हे महेश्वर महारुद्र विषधर

अटल छथि अचल छथि विमल छथि उमापति
नमन हे फणीश्वर महाकाल शंकर

जगतमे गगनमे अतलमे वितलमे
सदाशिव महामणि नमन हे जटाधर

महापाप मोचक महादेव भैरव
नमन हे त्रयम्बक जयति हे कलाधर

सभ पाँतिमे 122-122-122-122-122 मात्राक्रम अछि आ ई बहरे मुतकारिब मुस्समन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों