सोमवार, 6 दिसंबर 2021

गजल

लोक जूटै उठानमे
या कि फेरो भसानमे

मोन पड़लै बहुत मुदा
डूबि गेलहुँ गुमानमे

ताकि लेतै कियो कहीं
छाँह भेटत निशानमे

क्षोभ दुख लोभ लाभ सभ
तत्व अतबे महानमे

किछु जहर साँपमे बसल
किछु जहर छै विधानमे

सभ पाँतिमे 212-212-12 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों